सेहतनामा :  हृदय रोग में रामबाण – अर्जुन  छाल

आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम भौतिकता की और जिस प्रकार से बढ़ रहे हैं, ऐसे में हमारे रहन-सहन और खान-पान में भी परिवर्तन हो रहा है, जिस कारण अनेक बीमारियां हमें अपनी चपेट में ले रही हैं और ज्यादातर बीमारियां हृदय से संबंधित है।

हृदय को स्वस्थ बनाने के लिए आयुर्वेद में एक औषधि है जिसका नाम अर्जुन छाल है। यह छाल अर्जुन के पेड़ से प्राप्त होती है जो हमारे आसपास आसानी से मिल जाती है।

लाभ :

1. अर्जुन छाल हृदय को मजबूत बनाती है। कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखती है। दिल की धड़कन को सामान्य बनाती है और हृदयाघात ( Heart Attack) के खतरे को कम करती है।

2. यह उच्च रक्तचाप और निम्न रक्तचाप दोनों में फायदेमंद है। दोनों में संतुलन बनाए रखती है।अर्जुन छाल के सेवन से L.D.L. (खराब कोलेस्ट्रॉल) घटता है और H.D.L. (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) बढ़ता है।

3. हड्डियों की मजबूती के लिए फायदेमंद :

इसमें मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे तत्व हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं।

4. तनाव को कम करती है :

इसमें ऐसे गुण पाए जाते हैं जो मानसिक तनाव को काम करते हैं और निद्रा में सुधार करते हैं।

सेवन विधि :

15 से 20 ग्राम अर्जुन की छाल ले। उसे एक गिलास पानी में तब तक उबाले जब तक आधा गिलास रह जाए। फिर उस पानी को छानकर ठंडा करके सुबह-शाम सेवन करें।

सेवन से पहले सावधानी :

—- यदि पहले से हृदय रोग की एलोपैथिक दवाइयां ले रहे हैं तो ऐसे मरीज डॉक्टर की सलाह से इसका इस्तेमाल करें।

—- गर्भवती महिलाएं और स्तनपान करवाने वाली महिलाएं डॉक्टर की सलाह से इसका सेवन करें।

—- अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से कब्ज (Constipation) की समस्या हो सकती है।

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