शुगर को आयुर्वेद की भाषा में मधुमेह कहा जाता है । यह बीमारी खान पान और पाचन तंत्र में गड़बड़ी के कारण होती है। कुछ घरेलू नुस्खे हैं जिनकी सहायता से हम मधुमेह को आयुर्वेदिक तरीके से नियंत्रित कर सकते हैं ।
कृपया ध्यान दें :
इंसुलिन और एलोपैथिक दवाई छोड़ने से पहले आयुर्वेदिक और एलोपैथिक चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें ।
1. बेल पत्थर के पांच पत्ते, तुलसी के पांच पत्ते, पांच काली मिर्च और आधा चम्मच अजवाइन को एक गिलास पानी में उबाल कर जब वह पानी आधा रह जाए तो उसे छान कर ठंडा करके सुबह खाली पेट पिए मधु में आराम आएगा।
2. मेथी दाना
एक चम्मच मेथी दाने को रात को एक गिलास पानी में भिगो ले औरसुबह वह पानी पिए साथ में दाने भी खा ले। इससे शुगर नियंत्रण में रहती है।
3. जामुन की गुठली
जामुन एक मौसमी फल है लेकिन इसकी गुठली पंसारी की दुकान से आसानी से मिल जाती है। गुठली को पीसकर चूर्ण बना ले और खाना खाने के बाद एक चम्मच सुबह और एक चम्मच शाम को ले। शुगर में लाभ मिलेगा।
4. करेले का जूस
करेले का रस सुबह 20 से 30 एम एल पीने से शुगर नियंत्रण में रहेगा। ध्यान रखें जूस की ज्यादा मात्रा हानिकारक हो सकती है इसलिए उक्त उल्लेखित मात्रा में ही ले।
5. नीम की पत्तियां
प्रातः निहार मुंह चार से पांच ताजी नीम की पत्तियां चबाने से भी शुगर के नियंत्रण में लाभ मिलेगा ।
दिनचर्या में बदलाव :
सुबह जल्दी उठकर 2 से 3 किलोमीटर सैर करें। योग और प्राणायाम का अभ्यास करें।
अपने खान-पान में ज्यादा मीठे पदार्थ का सेवन न करें। चावल और ज्यादा तले हुए खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें ।
हरी सब्जियां, मोटे अनाज और फाइबर युक्त भोजन ग्रहण करें ।
इन घरेलू उपाय को करने से काफी हद तक मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है ।
